हेलो विवर्स,
आज हम इस पोस्ट में बात करेंगे कि दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस क्या होता है और यह केस कौन कर सकता है इससे क्या फायदा होता है यह केस हमें क्यों करना चाहिए और यह कैसे किया जाता है,

दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस क्या होता हैहिन्दू विवाह अधिनियम की धारा-9 और मुस्लिम विवाह अधिनियम की धारा 29 के अंतर्गत डिक्री प्राप्त कर चुके हैं। आम तौर पर इस डिक्री की पालना करवाया जाना संभव नहीं हो सकता। क्यों कि पति या पत्नी का दायित्व होते हुए भी उस की इच्छा न होने पर उसे उस के जीवनसाथी के साथ रहने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता।


जब किसी पक्ष का जीवन साथी अपने पक्ष को छोड़कर दूर रहने लगता है तब एक पक्ष द्वारा विदाई का केस कोर्ट से किया जाता है। ताकि घर को उजड़ने से बचाया जा सके यह एक कानूनी कोशिश होती है ताकि छोटी-छोटी बातों पर लोगों के घर उजड़ने से बचाया जा सके और उनके मसलों को हल किया जा सके इसलिए दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस किया जाता है,
यह केस कौन कर सकता है- कोई भी पति जिसकी पत्नी मायके चली गई हो और अगर पत्नी मायके से अपने पति के घर नहीं आ रही है।
या कोई भी पत्नी अगर उसका पति उसे बुलाने मायके नहीं आ रहा है या बुलाना नहीं चाहता है तब इन दोनों पक्षों में से कोई भी पक्ष कोर्ट जाकर दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस कर सकता है।
इससे क्या फायदा होता है- 
दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस करने से पति पत्नी की बर्बाद जिंदगी फिर से आबाद हो सकती है, और वह फिर से एक खुशहाल जीवन जी सकते हैं,इस तरह का केस करने से किसी भी पक्ष की कोई भी बेइज्जती नहीं होती है, और ना ही पुलिस का इस तरह की केस में कोई रोल होता है, और ना ही इस तरह की केस में किसी भी पक्ष को कोई सजा होती है, यह केस वास्तव में जीवन का वरदान है,


दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस करने से और भी कई सारे फायदे हैं जैसे कि अगर कोई पक्ष यह केस करता है इसका मतलब यह होता है कि उसका जीवन साथी और से दूर रहता है तो ऐसी कंडीशन में अगर दूसरा पक्ष पहले पक्ष पर कोई झूठा केस करता है तब इस केस के जजमेंट को आधार बनाकर उस केस में इस केस से प्रोटेक्शन मिलती है,
दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस कैसे किया जाता है- दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का किस करने से पहले इस बात का ख्याल रखें कि यह केस केवल घर को बसाने के परपस से किया जाता है इसका उद्देश्य केवल और केवल दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना है

दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का किस करने से पहले इस बात का ख्याल रखें कि यह केस केवल घर को बसाने के परपस से किया जाता है इसका उद्देश्य केवल और केवल दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना है

दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस की डॉक्यूमेंटेशन एंड ड्राफ्टिंग किस तरह से होती है इसके लिए मैं आपको बता दूं इस तथ्य को बेहतर तरीके से समझने के लिए आपको मेरे यूट्यूब चैनल पर वीडियो देखनी होगी जिससे आप इस तरह के केस को करने का तरीका जान पाएंगे और दांपत्य जीवन की पुनर्स्थापना का केस से संबंधित एक केस मैंने तैयार किया है उसका लिंक मैंने डिस्क्रिप्शन में दे दिया है वहां जाकर आप पार्टीशन यानी दावा की सॉफ्ट कॉपी और एफिडेविट यानी शपथ पत्र की सॉफ्ट कॉपी डाउनलोड कर सकते हैं और आप इस तरह की केस कैसे किए जाते हैं यह समझ सकते हैं


1. Petition download Hare(dampatya Jeevan Ki punarsthapna)
2. Affidavit download here