झूंटे केसों बचने का तरीका | how to avoid false cases | how to to complaint to SSP |
हेलो विवर
इस पोस्ट में मैं आपको बताऊंगा कि आप झूठे केसों से खुद को कैसे बचा सकते हैं, अक्सर ऐसा होता है कि हमारे समाज में मौजूद कुछ ख़ुराफ़ात लोग दूसरों को तंग करने के लिए या दूसरों पर दबाव बनाने के लिए या दूसरों की संपत्ति हड़पने के लिए या लोगों को नीचा दिखाने के लिए,या अपनी खुराफातओं को दबाने के लिए या अपने किसी घरेलू संबंधी आदि से छुटकारा पाने के लिए या दबाव में लेने के लिए भी, दूसरों के ऊपर झूठे केस किया करते हैं,
जिस व्यक्ति के ऊपर झूठे केस किए जाते हैं अक्सर ऐसे लोग जो झूठे केस लड़ रहे हैं उन लोगों की जिंदगी तबाह हो जाती है,ऐसे लोग खुराफात लोगों के जंगल में आकर ऐसे फंस जाते हैं कि वह अपने रोजमर्रा के काम को भी भूल कर कोर्ट कचहरी के चक्कर पड़ जाते हैं,
और समय के साथ साथ यह लोग इतने मजबूर हो जाते हैं कि झूठे केस करने वाले खुराफाती लोगों से समझौता करने के लिए तैयार हो जाते हैं और अपना नुकसान कर बैठते हैं,
दरअसल यह सब उन ख़ुराफ़ाती लोगों की वजह से नहीं होता है बल्कि समाज में रहने वाले लोग कोर्ट कचहरी के चक्कर में नहीं पड़ना चाहते और इसी का फायदा यह ख़ुराफ़ाती लोग उठाते हैं और ऐसे लोगों को झूठे केसों में फसाते हैं जो लोग कोर्ट जाने से डरते हैं क्योंकि इन ख़ुराफ़ाती लोगों को यह बात पता होती है कि यह व्यक्ति कोर्ट कचहरी के चक्कर ओं से डरता है इसलिए हो सकता है कि यह झूठे केसों के दबाव में आकर मुझसे समझौता कर ले, अगर झूठा केस झेल रहा व्यक्ति अगर कमजोर है और उसे कानून की जानकारी नहीं है तो वह दिन भी दूर नहीं होता जब ख़ुराफ़ाती लोगों की मुराद पूरी हो जाती है,
लेकिन अगर आप कानूनी जानकारी रखते हैं और लोगों की खुराफात ओं से नहीं डरते हैं तब आप खुराफाती लोगों के झूठे केसों से नहीं डरेंगे और उनका डटकर मुकाबला करेंगे, तब ऐसे खुराफाती लोग समाज में मुंह की खाते हैं व बेइज्जत होते हैं,
इसलिए मैं अफजल खान एडवोकेट इस बात को कहता हूं की आप जिस समाज में रह रहे हैं और जिस कानून के दायरे में रह रहे हैं उसको जानिए और उसको समझिए, आप जितना कानून की जानकारी से खुद को बचाएंगे या बचेंगे आप उतनी ही मुश्किलों में फंसते चले जाएंगे, खुराफाती लोग इस तरह के लोगों को ही निशाना बनाते हैं,
मैं यह नहीं कह रहा हूं कि आप कानून की जानकारी के लिए वकालत की डिग्री कर ले बल्कि मैं तो आपको यह समझाना चाहता हूं कि कम से कम आप को कानून की इतनी जानकारी होनी चाहिए जितनी आवश्यक है,अगर आपको कोई परेशान कर रहा है तब आपको पता होना चाहिए कि आप उसके खिलाफ क्या कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं
जैसे-
उदाहरण नंबर 1
अगर किसी व्यक्ति ने आपके साथ जानबूझकर मारपीट की लेकिन अगर आपको अपने कानूनी अधिकार ही नहीं पता होंगे तो आप उसका विरोध तो करेंगे लेकिन आपको मदद नहीं मिलेगी क्योंकि आपको यह पता ही नहीं होगा कि आपको करना क्या है,
उदाहरण नंबर 2
अगर कोई व्यक्ति आप की प्रॉपर्टी पर कब्जा कर लेतब आप उसका विरोध तो करेंगे, हो सकता है कि आपकी मारपीट भी हो जाए ,और उसके बाद आप के खिलाफ ही किसी थाने में रिपोर्ट दर्ज हो जाए, क्योंकि आपको कानून की जानकारी नहीं है तब आप सोचेंगे कि आपने अपनी प्रॉपर्टी से उसे हटाया है आपने कोई अपराध नहीं किया, लेकिन कानून की नजर में आप ने अपराध कर दिया है,
इसलिए समाज के हर नागरिक को कम से कम इतनी कानूनी जानकारी होनी चाहिए की अगर उसके अधिकारों का हनन होता है तब हुआ क्या कानूनी कार्यवाही कर सकता है या अपने अधिकारों को पाने के लिए भारतीय संविधान और हमारे कानून में क्या क्या अधिकार दिए हुए हैं,
आप जिस देश में रहते हैं उस देश के कानून को समझें अगर आप उसे डरेंगे तो आप उस समाज में नहीं रह पाएंगे,लेकिन अगर आप उस देश के कानून को समझेंगे उसके संविधान को पढ़ोगे तो आप अपने अधिकारों को जान जाएंगे और आप को डरने की जरूरत नहीं होगी,
इसी तरह से मैं आज इस पोस्ट में बताऊंगा कि अगर आपको कोई तंग व परेशान कर रहा है,कोई जान से मारने की धमकी दे रहा है, या कोई आपको बेवजह गाली गलौज करता है ,या आपको किसी क्राइम के लिए रुकसाता जाता है ,या किसी भी प्रकार से आप पर किसी भी प्रकार का दबाव बनाने के लिए आपके खिलाफ कोई झूठा केस किया गया है या झूठा केस करने की प्लानिंग हो रही है तब आप किस तरह से एसएसपी को अवगत करा कर खुद को झूठे केसों से बचा सकते हैं
अगर इनमें से कोई भी कंडीशन है तब आप एसएसपी को शिकायत पत्र लिख सकते हैं शिकायत पत्र लिखने का तरीका कुछ इस प्रकार है यहां पर मैंने एक शिकायत पत्र लिखा है उसे आप पढ़ ले और आप अपने अनुसार बदलाव कर ले यहां पर मैंने यह सिर्फ आप को समझाने के लिए बताया है कि आप एसएसपी को शिकायत पत्र कैसे लिख सकते हैं,
इसका लिंक मैं नीचे भी दे दूंगा वहां से भी आप इसे एमएस वर्ड फॉरमैट में डाउनलोड कर सकते हैं
जब आप इस शिकायत पत्र में अपने अनुसार बदलाव कर ले उसके बाद आप इसकी दो फोटो कॉपी करा लें उसके बाद आप एक फोटो कॉपी पर अपने साइन करके पोस्ट ऑफिस के जरिए रजिस्ट्री या स्पीड पोस्ट करें और इसकी एक कॉपी और करा ले ताकि सबूत के तौर पर आपके पास रहे रजिस्ट्री या स्पीड पोस्ट की रसीद अपने पास संभाल कर रखें अगर आपके द्वारा की गई एसएसपी को शिकायत पर अगर कोई कार्यवाही नहीं होती है या अगर आपके खिलाफ कोई झूठा केस होता है तब आप कोर्ट में इस शिकायत पत्र की प्रीति सबूत के तौर पर लगाकर खुद का बचाव कर सकते हैं
और अगर आपको तुरंत मदद की जरूरत है तो आप ऐसा कर सकते हैं जो दूसरी फोटो कॉपी है उस पर साइन करें और आधार कार्ड के साथ में पंच करें उसके बाद एसएसपी ऑफिस में जाकर एसएसपी से मिले और अपनी प्रॉब्लम एसएसपी को बताएं इस तरह से एसएसपी को अगर आप अपनी प्रॉब्लम समझाने में कामयाब हो जाते हैं तो एसएसपी उचित आदेश कर देता है जिससे आपके मामले पर कार्यवाही होना शुरू हो जाती है
अगर कार्यवाही ना हो तब भी आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है अगर आपके खिलाफ कोई झूठा केस होता है तो आप रजिस्ट्री हुआ स्पीड पोस्ट की रसीद को दिखा करके और शिकायत पत्र की कॉपी कोर्ट में दिखा करके खुद को बचाव सकते हैं और आप कह सकते हैं कि आप ने पहले ही श्रीमान एसएसपी को लिखित में रजिस्ट्री के माध्यम से या स्पीड पोस्ट के माध्यम से शिकायत की थी लेकिन माननीय एसएसपी ने मामले पर कोई भी कार्यवाही नहीं की ना ही कोई जांच कराई,
इस तरह से आप अदालत में अपनी बेगुनाही का सबूत रखकर या होने वाले झूठे केस के बारे में पहले से अवगत करा कर और इसका सबूत कोर्ट को दिखा कर खुद का बचाव कर सकते हैं
आप एक बात जान लीजिए
कोई भी व्यक्ति जीवित रहते हुए कभी भी झूठे केस होने से खुद को नहीं बचा सकता लेकिन अगर वह समय रहते सही कार्यवाही करें और सबूत जुटाए टांके झूठा केस होने पर वह कोर्ट में अपने बचाव के लिए उन दस्तावेज सबूतों के आधार पर खुद को निर्दोष साबित कर सके, और अपना बचाव पक्ष रख सके,
1. SSP complaint letter download here
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