विवरण:-
यदि किसी भी व्यक्ति ने किसी दूसरे व्यक्ति को भरोसे पे संपत्ति दी हो और उस दूसरे व्यक्ति ने उस सम्पत्ती का ग़लत इस्तेमाल किया हो या किसी अन्य व्यक्ति को बेच दी हो या पहले व्यक्ति के माँगने पर नही लौटायी हो, तब वह व्यक्ति विश्वास के आपराधिक हनन का दोषी होगा,विश्वास के आपराधिक हनन की परिभाषा आई.पी.सी की धारा 405 दी गई है,
सजा:-

  • आरोपी पर आई.पी.सी धारा 406 के तहत अपराध सिद्ध होने पर अधिकतम 3 वर्ष तक का कारावास की सजा हो सकती है प्लस जुर्माना भी हो सकता है या फिर दोनों,
  • एक गैर जमानती अपराध है
  • यह एक संज्ञेय अपराध भी है
  • यह अपराध प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा सुना जा सकता है
  • यह अपराध कोर्ट की अनुमती पर पीड़ित व्यक्ति अगर चाहे तो समझौता करने योग्य है