In the Third Schedule to the principal Act, in clause (d), the following proviso shall be inserted, namely:—

'Provided that for the person belonging to Hindu, Sikh, Buddhist, Jain, Parsi or Christian community in Afghanistan, Bangladesh or Pakistan, the aggregate period of residence or service of Government in India as required under this clause shall be read as "not less than five years" in place of "not less than eleven years"


हिंदी में

बशर्ते कि अफगानिस्तान, बांग्लादेश या पाकिस्तान में हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी या ईसाई समुदाय से संबंधित व्यक्ति के लिए भारत में निवास या सेवा का कुल समय इस खंड के तहत आवश्यक के रूप में पढ़ा जाएगा "से कम नहीं पाँच वर्ष "के स्थान पर" ग्यारह वर्ष से कम नहीं
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भारतीय आवाम की आवाज..........ऐसा कानून बन चुका है ............अब यह कानून लागू चुका है....और कभी भी इसका असर दिख सकता है.............

  • भारतीय मुस्लिम जो अपनी नागरिकता NRC में साबित कर देगे उनको डरने की जरूरत नहीं है 
  • लेकिन जो भारतीय मुस्लिम NRC में अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पायेगे उनको परेशानी होगी,-क्योंकि तब आपको विदेसी समझा जायेगा- और तब उन मुसलमान को सरकर दुआरा तंग किया जायेगा  और उन मुस्लिम लोगो पर CAA कानून लागू होगा...........
  • जो भी हिंदू सिख ईसाई बौद्ध अगर वह एनआरसी में अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पाते हैं तब उन्हें यह साबित करना होगा कि वह अफगानिस्तान या पाकिस्तान या बांग्लादेश से आए हैं, अगर वह यह साबित कर देते हैं तो उन्हें CAA के जरिए भारतीय नागरिकता दे दी जाएगी, लेकिन अगर वह यह साबित नहीं कर पाते हैं, तब उन हिंदू सिख ईसाई बौद्ध बहुजन लोगों को हिरासत रूम में रखा जाएगा सरकार द्वारा तंग किया जाएगा और उन्हें भारत से निकाला जाएगा, या उन्हें जेल में डाला जाएगा,या उनसे वोट डालने का अधिकार छीन लिया जाएगा, और उनकी संपत्ति जप्त कर ली जाएगी,मतलब आपको भारतीय नागरिकता से बेदखल कर दिया जाएगा
  • सी ए ए कानून केवल और केवल हिंदू सिख ईसाई बौद्ध जो अफगानिस्तान पाकिस्तान बांग्लादेश से आए हैं उनको नागरिकता देने के लिए है,लेकिन जो भारतीय लोग एनआरसी में अपनी नागरिकता को साबित नहीं कर पाएंगे उन लोगों को भी विदेशी समझा जाएगा और उन पर CAA कानून लागू होगा


Question:-1, जो भारतीय मुसलमान और हिन्दू NRC में अपनी नागरिकता साबित नहीं कर पायेगे तो सरकार उनके साथ क्या रुख अपनाएगी और इस पर C.A.A कानून क्या कहता है|?
Ans:-



Question:- 2 ,जो हिन्दू ईसाई सिख मुस्लिम अफगानिस्तान, बांग्लादेश या पाकिस्तान से आये हैं,उस में सब को नागरिकता मिलेगी लेकिन मुस्लिम को नहीं क्यों?
Ans:- आधा जवाव आप जां ते हैं और आधा यह देख ली जिए -ईसाई के तो कई देस हैं उन को CAAके माध्यम से नागरिकता मिल सकती है,लेकिन मुस्लिम को CAA तहत नागरिकता नहीं मिलेगी,ये कैसा कानून है
पाकिस्तान तो एक आतंकी देस है,मुस्लिम होना एक बहना है वहां पर 60% मुस्लिम भी पीड़ित है अपने ही देश को गाली देते है और उस देश को छोडना चाहते है या छोड़ चुके है,और दुनिया के कई देशों में रह रहे है

Question:- 3, CAA क्या धर्म के नाम पर कानून बनाना सम्विधान का उल्लंघन नहीं है ?