विवरण: 
यदि कोई पुरुष झूठा पति बनकर किसी स्त्री को यह विश्वास दिलाएगा कि वह विधिपूर्वक उससे विवाहित है,और इस विश्वास में उस स्त्री के साथ सहवास या मैथुन करेगा, तो उसे किसी एक अवधि के लिए कारावास की सजा से दण्डित किया जाएगा
सजा की अवधि को 10 वर्ष तक के लिए बढ़ाया जा सकता है,से दण्डित किया जाएगा, और साथ ही आर्थिक दण्ड के लिए भी वह उत्तरदायी होगा।

अपराध लागू:

किसी स्त्री का झूठा पति बनकर उस स्त्री के साथ सहवास या मैथुन करेगा,या किसी स्त्री को,जो विधिपूर्वक उससे विवाहित न हो,धोखे से यह विश्वास दिलायेगा,कि वह विधिपूर्वक उससे विवाहित है और इस विश्वास में उस स्त्री के साथ सहवास करेगा,तब यह धारा लागू होती है


सजा:   अधिकतम 10 वर्ष तक का कारावास + आर्थिक दण्ड

                 यह एक गैर-संज्ञेय अपराध है और यह एक गैर-जमानतीय अपराध भी है 
                 यह अपराध किसी भी प्रथम श्रेणी के न्यायधीश दुआरा विचारणीय है।


यह अपराध समझौता करने योग्य नहीं है।