हैलो Visitors मैं हूं अफजल,और आज की इस वीडियो में हम बात करने वाले हैं, कि अगर कोई महिला पति पर झूठा केस करती है तो पति अपने आप को कैसे बचा सकता है।


वैसे तो सारे केस झूठे नहीं होते, लेकिन सभी दहेज उत्पीड़न के केस सच भी नहीं होते। और सुप्रीम कोर्ट ने भी यह माना है कि 80 फ़ीसदी दहेज उत्पीड़न के केस झूठे होते हैं और ज्यादातर महिलाएं अपने ससुरालीजनों को परेशान व तंग करने के लिए या अपने पति से छुटकारा पाने के लिए करती है,
ज्यादातर महिलाएं तलाक के लिए सीधा दावा नहीं करते, वह ससुरालीजन या पति में कमी निकाल कर IPC की धारा 498ए का केस लगाकर उन्हें परेशान व तंग करती है और उनसे छुटकारा पाने की कोशिश करती हैं।



और इसीलिए पिछले साल जुलाई 2017 के महीने में सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि आईपीसी की धारा-498 ए यानी दहेज प्रताड़ना मामले में गिरफ्तारी सीधे नहीं होगी. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि दहेज प्रताड़ना मामले को देखने के लिए हर जिले में एक परिवार कल्याण समिति बनाई जाए और समिति की रिपोर्ट आने के बाद ही गिरफ्तारी होनी चाहिए उससे पहले नहीं।

इसीलिए अगर यदि कोई महिला अपने ससुरालीजन और पति पर दहेज उत्पीड़न का केस करती है तो अब पुलिस ससुरालीजनों को परेशान नहीं करेगी, और सबसे पहले समाज कल्याण समिति मामले की जांच करेगी और आरोपी पाए जाने पर पति को ही गिरफ्तार करेगी,

इसलिए दोस्तों आईपीसी की धारा 498ए यानी दहेज उत्पीड़न के केस में परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है। आईपीसी की धारा 498ए यानी दहेज उत्पीड़न का केस अब नॉर्मल केस हो गया है, क्योंकि यह एक संघीय अपराध तो है लेकिन इसमें गिरफ्तारी नहीं होती है,

यदि कोई महिला अपने पति पर दहेज उत्पीड़न का झूठा केस करती है तो उससे माननीय अदालत में सबूतों के आधार पर साबित करना पड़ेगा, अगर वह किसी प्रकार से दहेज उत्पीड़न के आरोपों को ससुरालीजनों पर सिद्ध नहीं कर पाती है तो केस कमजोर हो जाएगा और पत्नी के ससुरालीजन और पति व इज्जत बरी हो जाएंगे और किस भी खत्म हो जाएगा,

यदि कोई महिला अपना ससुराल छोड़कर मायके में रहने लगी है और वह ससुराल जाना नहीं चाहती है, या फिर पति के बुलाने पर भी वह है ससुराल जाना नहीं चाहती है, और पत्नी या उसके मायके वाले किसी भी प्रकार की पति या उसके घरवालों को दहेज उत्पीड़न के केस की धमकी देती है, या फिर ऐसी स्थिति में अगर पति को लगता है कि उसके खिलाफ पत्नी द्वारा दहेज उत्पीड़न का मुकदमा किया जा सकता है,

तो ऐसी स्थिति में पति को क्या करना चाहिए


अगर ऐसा कोई मामला है तो पति को बिना समय गवाएं सबसे पहले कोर्ट द्वारा Section 9 यानी बुलाने का दावा कर देना चाहिए। और वह अदालत में कहें कि वह तो अपना घर बसाना चाहता है। और मेरी पत्नी मेरे घर पर नहीं ज्यादातर मायके रह ती में रहती है, और वह अदालत में दरखास्त करें, की अदालत अपनी कार्यवाही करके कुछ ऐसा करें ताकि मेरी पत्नी मेरे साथ रहे,

ध्यान रहे पति कभी यह न कहे कि मैं इसलिए अपनी पत्नी को नहीं रखूंगा क्योंकि वह चरित्रहीन है या फिर उसे कोई और पसंद है या फिर वह बहुत लड़ंक है। ध्यान रहे यह सब बातें कोर्ट या गवाही में नहीं कहनी है ऐसा कहने से आप खुद ही फंस जाओगे, अदालत में हमेशा कम बात करें, और घर बसाने की बात कहे हमेशा।

अगर पत्नी आपके साथ रहना चाहती है तो वह कोर्ट के द्वारा आपके साथ भेज दी जाएगी। लेकिन अगर उसे आपके साथ नहीं रहना है तो वह है अदालत में साफ साफ मना कर देगी, या फिर उसका किसी के साथ अफेयर चल रहा हो और उससे शादी करना चाहती हो तब भी वह पति के साथ जाने से मना कर देगी या अदालत में हाजिर नहीं होगी, अगर ऐसा होता है। तो अदालत एकपक्षीय आदेश कर देगी, उसके बाद पति चाहे तो सेक्शन 9 के मुकद्दमे के आधार पर तलाक के लिए दूसरा दावा कर सकता है।

जब पत्नी पति के साथ रहना नहीं चाहती है तो अदालत पति के तलाक के दावा करने पर पत्नी को नोटिस भेजती है। अगर पत्नी आकर तलाक की सहमति दे देती है तो ठीक है, अगर नहीं देती है, तो अदालत एक तरफा कोर्ट से पति के हित में तलाक आदेश दे देती है,

इस तरह से पत्नी के ना चाहने पर भी अदालत से तलाक मिल जाता है


मान लीजिए सेक्शन 9 का मुकदमा करने के बाद, अचानक पत्नी दहेज उत्पीड़न का मुकदमा कोर्ट से डाल देती है, तब आप यह अदालत को बता सकते हैं कि आपका पहले से ही बुलाने का केस चल रहा है, हम तो पत्नी को बुलाना चाहते हैं, लेकिन वह खुद ही नहीं रहना चाहती, और इसका सबूत के तौर पर,आप पहले किया गया दावा सेक्शन 9 का दिखा सकते हैं, ऐसा करने से पत्नी द्वारा किया गया दहेज उत्पीड़न का केस कमजोर हो जाएगा और अगर आपका वकील प्रतिभाशाली है तो आपको दहेज उत्पीड़न के केस से मुक्ति मिल जाएगी और आप वा इज्जत बरी हो जाएंगे।

बरी हो जाने के बाद:- अगर आप चाहे तो अपनी पत्नी के ऊपर दहेज उत्पीड़न के केस को आधार बनाकर अपनी पत्नी पर तलाक का मुकदमा दायर कर सकते हैं
और अपनी झूठी और फसाने वाली पत्नी से छुटकारा पा सकते हैं।

जी हां दोस्तों इस पोस्ट में बस इतना ही।

उम्मीद करता हूं यह पोस्ट आपको पसंद आया होगा, अगर फिर भी कोई कंफ्यूजन है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं

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